एक समय था, जब महिलाओं द्वारा मेकअप के लिये इस्तेमाल की जाने वाली सबसे लोकप्रिय प्रोडेक्ट लिपस्टिक को लगाना कानूनन जुर्म था। इसके लिये सजा का प्रावधान था। आज लिपस्टिक महिलाओं के मेकअप का अभिन्न प्रोडेक्ट बन गया है। इसके बिना महिला का मेकअप अधूरा माना जाता है।
लिपस्टिक जितनी दिखने में आकर्षक होती है। उसका इतिहास भी उतना ही रोचक और रोमंचक है। इस पोस्ट में लिपस्टिक के रोचक इतिहास के बारे में बता रहे हैं। आईये जानते है लिपस्टिक के बारे में कुछ रोचक और रोमंचक तथ्य।
लिपस्टिक की खोज के पहले भी महिलाएं होंठों को सुंदर दिखाने के लिए तरह-तरह के प्रयोग करती थी।ं इतिहासकारों के अनुसार, पुरातनकाल में औरतें अपने होंठों को रंगने के लिए किन-किन चीजों का इस्तेमाल करती थी। इस बारे में किसी ग्रंथ या पुस्तकों में उल्लेख नहीं मिला है।
मना यह जाता है कि उस वक्त होंठों को रंगने के लिये कुदरती चीजों का इस्तेमाल जैसे फल, फूल, पौधे आदि का इस्तेमाल किया जाता था।
लिपस्टिक के बारे में पहला इतिहास मिस्त्र से मिलता है। कहा जाता है कि टाॅलेमिक साम्राज्य की अंतिम महारानी क्लियोपेट्रा खूबसूरत दिखने के लिए अनेक तरह के प्रयोग करती थी। क्लियोपेट्रा ने लाल चिटियों को कुचल कर अपने होंठों पर लगाया था। जिसे लिपस्टिक लगाने की शुरूआत माना जाता है।
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एक समय ऐसा भी था जब लिपस्टिक हर महिला नहीं लगाती थी। इतिहास में उल्लेख मिलता है कि उस वक्त वेश्याएं अपने होठों को रंग कर पुरूषों को अपनी ओर आकर्षित करती थी। इसलिए इसे आम महिलाओं द्वारा होंठों पर लगाना अच्छा नहीं माना जाता था।
आज जिस लिपस्टिक को इस्तेमाल किया जाता है। उसे दूसरे विश्व युध्द से पहले किया गया आविष्कार मना जाता है। विश्व युध्द के दौरान हेजल विशप ने अपने प्रयोग के द्वारा इसे स्टिक के आकार में तैयार किया जो काफी लोकप्रिय हुआ।
आजकल लिपस्टिक बनाने के मोम, तेल, रंग आदि का प्रयोग किया जाता है। इनके अलावा विटामिन ई, घूप से बचाने के लिए कई तरह के केमीकल्स तथा एमिनो एसिड मिलाया जाता है। अच्छे किस्म के लिपस्टिक में एलोवेरा एसेंस भी मिलाया जाता है।
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सन् 1880 में दुनिया में पहली बार लिपस्टिक को बेचने के लिए मार्केट में उतारा गया। मार्केट में आते ही महिलाओं में इसे खरीदने की होड़ लगने लगी। देखते ही देखते यह एक देश से दूसरे देश में पहुंचने लगी।
रानी एलिजाबेथ प्रथम लिपस्टिक की दीवानी थी। उन्हें लिपस्टिक से बेहद लगाव था। सेहत खराब होने पर भी वह अपने होंठों पर लिपस्टिक लगाएं रखना पसंद करती थी। जब उनकी मृत्यु हुई अपनी मृत्यु के कुछ समय पहले ही उन्होंने अपने होंठों पर लिपस्टिक लगाया था।
रानी एलिजाबेथ प्रथम को लिपस्टिक से इतना लगाव था. उन्होंने लिपस्टिक को करंसी की तरह इस्तेमाल करने की इजाजत दे रखी थी।
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हाॅलीवुड की मशहूर हीरोइन मर्लिन मुनरो भी लिपस्टिक की काफी शौकिन थी। वह भी हमेशा अपने होंठों पर लिपस्टिक लगाना पसंद करती थी।
मर्लिन को डार्क रेड कलर का लिपस्टिक काफी पसंद था। उस वक्त मर्लिन के इस पसंद को दुनियाभर की अनेक औरतों ने फाॅलो किया और दुनियाभर में रेड डार्क कलर की लिपिस्टिक फेमस हो गई। उस वक्त रेड कलर मर्लिन कलर या मुनरो कलर के नाम से भी पहचाना जाता था।
फ्रांस में किये गए एक अनुसंधान में पता चला है कि रेड कलर की लिपस्टिक लगाने से औरतें काफी आकर्षक और सेक्सी लगने लगती है। लड़कियां जब रेड कलर की लिपस्टिक लगाती है। उनके मन में अजीबीे-गरीब सवाल उठने लगते हैं।
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ब्युटी और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट विशेषज्ञों के अनुसार, लिपस्टिक एक ऐसा प्रोडेक्ट है जो होंठों पर लगाते ही चेहरे पर ताजगी भर देता है। यहीं नहीं यह बाॅडी के सारे लुक को ही बदल देती है।
एक शोध में पता चला है कि एक महिला अपने जीवन काल में 2 से 3 किलो तक लिपस्टिक लगा लेती है।
लिपस्टिक एक ऐसा मेकअप प्रोडेक्ट है जिसे हर उम्र की स्त्री अपने मेकअप बाक्स में रखना जरूर पसंद करती है।
महिलाएं साड़ी के बाद लिपिस्टिक के शेड की दीवानी होती है। उसके पास कितने भी कलर की लिपिस्टिक रखीं क्यों ना हो, वह नए शेड की लिपिस्टिक देखते ही उसे खरीद जरूर लेती है।
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एक शोध में यह भी पता चला है, महिलाएं लिपस्टिक को लेकर अपनी सहेली से लंबे समय तक बात करती है। लिपस्टिक को लेकर उनकी चर्चा शुरू हो जाएं तो उनकी चर्चा खत्म होने का नाम ही नहीं लेती है।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों की हीरोइन अपने होंठों पर काले कलर की लिपस्टिक लगाती थी। ऐसा उन्हें फिल्मों के स्क्रिन पर होंठों पर डार्क कलर की लिपस्टिक को उभारने के लिए करना पड़ता था।
किसी काल में इग्लैंड में लिपस्टिक को लेकर एक कानून पास किया गया था। लिपस्टिक लगाने वाली महिला के पति को शादी तोड़ने का हक था। यह कानून लंबे समय तक चलता रहा। पर आज यह कानून नहीं है।
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पुरातन काल में ग्रीस ऐसा देश था। जहां महिलाओं द्वारा लिपस्टिक लगाने पर निंदा की जाती थी। ऐसा माना जाता था। सेक्स वकर्स ही लिपस्टिक लगाती है।
रोमन साम्राज्य में महिला और पुरूष दोनों ही लिपस्टिक लगाते थे। पर यह लिपस्टिक उच्च वर्ग के लोग ही लगा सकते थे।
विस्टन चर्चिल ने लिपस्टिक को महिलाओं में मनोबल बढ़ाने वाला प्रोटेक्ट बताया था। आज भी अनेक सिलिब्रिटी का यही मानना है।
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लिपस्टिक से जुड़ी रोचक बात यह है कि बरसात के मौसम में लिपस्टिक की बिक्री बढ़ जाती है। इस समय को लिपस्टिक इफैक्ट’ कहा जाता है।
तुर्की के एक विमान कंपनी टर्किश एयरलाइंस द्वारा अपने एयरहोस्टेट को रेड और पिंक शेड वाली लिपस्टिक लगााने पर रोक लगा रखा है। वह डियुटी पीरियड में रेड और पिंक शेड वाली लिपस्टिक नहीं लगा सकती।
एक समय ऐसा भी था जब महिलाओं को दोपहर में खाना खाते वक्त लिपस्टिक लगाने की इजाजत थी पर रात में खाना के वक्त लिपस्टिक लगाने पर पाबंदी थी।
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एक अध्ययन में पता चला है कि अमेरिका की महिलाएं सबसे अधिक रेड शेड लिपस्टिक का इस्तेमाल करती है। दूसरे नंबर पर फ्रांस की महिलाओं का आता है।
एक जमाने में लिपस्टिक के कुछ ही शेड पाएं जाते थे। आजलिपस्टिक के हजारों शेड मार्केट में आ गए है। हर रोज इनकी संख्या बढ़ती जा रही है।
एक जमाने में लिपस्टिक के कुछ ही शेड पाएं जाते थे। आजलिपस्टिक के हजारों शेड मार्केट में आ गए है। हर रोज इनकी संख्या बढ़ती जा रही है।
लिपस्टिक प्रोडेक्शन या लिपस्टिक सेल करना ही बिजनेस नहीं है। आजकल लिपस्टिक से जुड़े बहुत सारे बिजनेस उभर कर सामने आ गए है। जैसे सौंदर्य विशेषज्ञ द्वारा सौंदर्य के अनुसार होंठों परलिपस्टिक लगाने की सलाह देना, फैशन विशेषज्ञ द्वारा फैशन के अनुसार लिपस्टिक लगाने की सलाह देना, पर्सनैलिटी विशेषज्ञ द्वारा शरीर के अंगों के हिसाब लिपस्टिक लगाने की सलाह देना आदि। (काॅपीराइट स्टेटस गुरू हिन्दी)
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