Understand AIDS related information in easy language, एड्स से संबंधित जानकारी आसान भाषा में समझें, Hiv Aids in Hindi
हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है. विश्व एड्स दिवस मनाने का उद्दे्श्य एचआईवी संक्रमण से होने वाली खतरनाक बीमारी एड्स के लोगों का जागरूक करना. एड्स एक खतरनाक बीमारी है, जो मूलतः अनसेफ सेक्स यानी असुरक्षित यौन संबंध बनाने से एड्स के जीवाणु एक दूसरे के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं. इस बीमारी के लक्षण तुरंत दिखाई नहीं देते हैं. लंबे समय बाद इसके बारे में पता चल पाता है. तब तक काफी देर हो चुकी होती है.
रोगी और डाॅक्टर अन्य बीमारी के भम्र में रहते है. डाॅक्टर भी उन बिमारियों का इलाज करते रहते हैं. आज के समय में एड्स के बारे में जानने का एक उपाय है. एचआईवी टेस्ट करवाया जाएं.
इस पोस्ट में हम एड्स से संबंधित कुछ जानकारी दे रहे हैं ताकि एड्स के बारे में आसान भाषा में अच्छे से समझ सके.
1 एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यून डिफिशिएसी सिंड्रोम है. इस बीमारी की उत्पत्ति अफ्रीका में हुई थी जिसके बारे में 1981 में पता चला. साइंस जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार भी वैज्ञानिकों ने वायरस के जेनेटिक कोड के नमूने का विश्लेषण किया है इससे यह पता चला है कि एड्स बीमारी की उत्पत्ति किंशासा शहर, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो की राजधानी से हुई है
- यानी एक्वायर्ड इसका मतलब होता है यह रोग किसी दूसरे व्क्ति से होता है. फैलता
- आईडी यानी इम्यूनो डिफिशिएसी जिसका मतलब होता है, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता समाप्त होना. .
- एस यानी सिण्ड्रोम जिसका मतलब कई तरह की बीमारी के लक्षणों से यह पहचानी जाती है.
एड्स वर्तमान समय में स्वास्थ्य कह बड़ी समस्याओं में से एक है. एड्स संक्रमण के फैलने के तीन कारण है.
- असुरक्षित यौन संबंध
- रक्त का आदान प्रदान
- मां द्वारा शिशु का संक्रमण
पीड्ति रोगी की संख्या Number of AIDS patients
पूरे विश्व में करीब 2.5 करोड़ से अधिक लोग एड्स की बीमारी से मर चुके हैं. अभी भी करोड़ों लोग अपनी लापरवाही की वजह से इस बीमारी से प्रभावित है. युनीसेफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, 36.9 मिलियन लोग शिकार हो चुके है.
जिसमें पहले नंबर पर अफ्रीकी देश है. दूसरे नंबर पर भारत है. भारत में एड्स रोगियों की संख्या 2011 की जनगणना के अनुसार, 2़.1 मिलियन बतायी जाती है. भारत में एड्स का पहला मरीज मद्रास में 1986 में मिला था.
भारत में पीड़ितों की संख्या में बढ़ौत्तरी के कारण Due to increase in number of AIDS patients in India
भारत में एड्स से प्रभावित लोगों की बढ़ती संख्या के संभावित कारण
- लोगों को एड्स के बारे में सही जानकारी ना होना
- अनसेफ सेक्स यानी असुरक्षित यौन संबंध मतलब बिना कंडोम के संबंध बनाना इसका मुख्य कारण है.
- एड्स रोग को कलंकित समझना
- लोगों में जागरूकता का अभाव
- कई धार्मिक संगठनों द्वारा गर्भनिरोधक को गलत ठहराना
- सवंमित खून चढ़ाना
- एड्स पाॅजिटिव महिला के बच्चे में
- एक ही सुई को कई लोगों द्वारा इस्तेमाल करना
- सवंमित ब्लेड का दस्तेमाल करना
जानकारी का अभाव lack of information
- भारत के दूर दराज के डाक्टर तक को पता नहीं है किइस बीमारी का इलाज कैसे करना है, इसकी कौन सी जांच होनी चाहिए, मरीज को कहां भेंजना है.
- एक रिर्पोट के अनुसार भारत में एड्स का फैलाव असुरक्षित यौन संबंध के कारण फैल रहा है. इसका प्रमिशत 85 है.
- भारत में एड्स को फैलाने का काम वाहन ड्राइवर कर रहे है. सरकार द्वारा किए जा रहे प्रचार और रोकथाम के उपाय उपलब्ध करवाने के बाद भी अनेक लोगों को यह तक नहीं पता है कि एड्स किस तरह से फैलता है.
- योनि मैथुन की बजाए गुदा मैथुन से एड्स फैलने की संभावना अधिक होती है. अमेरिका जैसे शिक्षित और सम्पन्न देशों में समलैंगिकता की वजह से यह बीमारी फैल रही है.
- बिना जांच के मरीज को खून देना एड्स वायरस के फैलने का माध्यम है. एड्स के वायरस ब्लड के माध्यम से सीधे शरीर में पहुंच कर रक्त को सक्रंमित कर देते हैं.
- अक्सर देखा गया है नशीले पदार्थ का इस्तेमाल करने वाले एड्स से ग्रस्त हो जाते है. इसकी वजह से नशा लेने के लिए एक ही सिरींज और निडिल का इस्तेमाल करना.
- एड्स रोगी को समाज में हेय दिृष्टी से देखना. उसके साथ भेदभाव करना.
- पति के द्वारा पत्नी एड्स से संक्रंमित होने पर भी स्त्री ही इसके लिए दोष देना.
- पुरूषों की अपेक्षा महिलाओं में 20 गुना एड्स संक्रमण होने की आशंका अधिक होती है.
एचआईवी का संक्रमण होने पर निम्न प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं.
1 बुखार होना
2 अधिक मात्रा में शरीर से पसीना आना
3 ठंड लगना कभी-कभी तेज ठंड लगना
4 काफी थकान महसूस करना
5 खाना अच्छा ना लगना, भूख खत्म हो जाना
6 जी मचलाना, उल्टी आनाख् लगातार उल्टी करना
7 काफी थकान महसूस करना
8 दस्त लगना
9 खांसी आना, श्वास लेने में तकलीफ महसूस करना
10 शरीर पर चक्कते निकलना, स्किल प्राब्लम दिखाई देना.
एड्स को लेकर भ्रम Confusion about AIDS
- एड्स मरीज से मिलने जुलपे पर इसका संक्रमण नहीं हो.
- एड्स मरीज से हाथ मिलाने से किसी तरह की प्राब्लम नहीं होती.
- एड्स मरीज को गले लगाने से भी एड्स फैलने का भय नहीं होता है.
- मच्छर से कटने पर एड्स नहीं फैलता है.
- एड्स मरीज के साथ बैठ कर खाना खाने से कोई प्राब्लम नहीं होती.
फ्रेंड्स, एड्स के बारे में उी गई जानकारी आपको कैसी लगी. इस बारे में कमेंट द्वारा बताएं. अच्छी लगने पर इसे लाइक व शेयर करें. ऐसी रचनाओं को पढ़ने के लिए स्टेटस गुरू हिन्दी को फाॅलो करें. (काॅपीराइट स्टेटस गुरू हिन्दी)
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