Life Truth Quotes In Hindi || kadwi baatein mithe ghunt #3 || Status Guru Hindi || Hindi Quotes
कोई भी युक्ति कभी स्थायी नहीं होती, समय के साथ कौशल और चतुराई बदलनी पड़ती है।
टोपियों का एक व्यापारी था। वह टोपियां बनाकर बेचता था।
एक दिन वह जंगल से गुजर रहा था। थक गया था। आराम करने के लिए वह एक पेड़ के पास रूक गया। उसने पेड़ के नीचे अपनी पोटली रख दी और आराम करने के लिए लेट गया।
शीतल हवा के झोंके से उसे नींद आ गई। जब उसकी आख खुली तो उसने देखा पास में रखी पोटली खाली थी। उसने इधर-उधर नज़र दौड़ाई। सामने पेड़ पर देखा, उसकी सारी टोपियां बंदरों ने पहन रखी थी।
व्यापारी को अपने दादा जी की सुनाई युक्ति याद आई। उसने भी अपने सिर से टोपी उतारी और यह सोच कर जमीन पर फेंक दी कि बंदर उस की नकल करते हुए पहनी हुई टोपियां नीचे फेंक देंगे।
लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। व्यापारी हैरान परेशान बंदरो को देखता रहा।
इतने में बंदर का एक बच्चा पेड़ से उतरा, उसने लपक कर जमीन पर पड़ी टोपी को उठा लिया और उसी गति से पेड़ पर चढ़ गया।
पेड़ पर चढ़कर बंदर के बच्चे ने मुंह बनाते हुए कहा, ‘‘तुम क्या समझते हो, हमारे दादा जी ने यह बात हमें नहीं बताई दी।’’
समय के साथ खुद को बदलना ही समझदारी है। वर्ना कल और आज में अंतर क्या रह जाएगा। जमाना जिस तेजी के साथ बदलता है उसी तेजी के साथ कौशल और चतुराई में बदलाव लाने की आवश्यकता होती है।
- बनना है तो नदी की तरह बनों, विशाल सागर की तरह नहीं। जब आप सागर बनने की कोशिश करते हैं, आपके अंदर अंहकार आ जाता है। अंहकार मनुष्य के सबसे बड़े अवगुणों में से एक हैं।
- इंसान यदि तकदीर के सहारे बैठ जाता है तो उसकी अक्ल चली जाती है। इंसान को तकदीर के सहारे निठल्ले न बैठकर अक्ल से काम लेना चाहिए।
- छोटे उपहार पाने के चक्कर में लोग अपने पास का धन भी गंवा देते है।
No comments:
Post a Comment